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सहवाग के ब्लास्ट से टूटा मास्टर का रिकॉर्ड

क्रिकेट या किसी भी खेल के साथ एक बात कही जाती है कि यहां रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं. जब साल 2010 में सचिन तेंदुलकर ने वनडे में 200 रनों की पारी खेली थी तो सबने कहा था कि शायद ही कोई इस रिकॉर्ड को तोड़ पाए. लेकिन एक साल और कुछ महीने बाद ही भारतीय टीम के ही सबसे विस्फोटक बल्लेबाज ने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया. सचिन तेंदुलकर के बाद अब विरेंद्र सहवाग ने वनडे में दोहरा शतक बनाने का कारनाम किया है.


सहवाग के साथ एक बात कही जाती है कि अगर वह क्रिज पर टिक पर खेलें तो वह किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख पलट सकते हैं. सहवाग दुनिया के उन गिने चुने बल्लेबाजों में से हैं जो अपने दम पर मैच का रुख पलटने की हिम्मत रखते हैं. सहवाग ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से ऐसा माहौल तैयार किया है कि अगर वह फॉर्म के बाहर भी हों तो उनसे गेंदबाज घबराते हैं. किसी भी वक्त फॉर्म में आकर विरोधी को पस्त करने की उनकी क्षमता की वजह से ही उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में गिना जाता है और इंदौर के होल्कर स्टेडियम में एक बार फिर उन्होंने साबित कर दिया कि वह क्यूं इतने खतरनाक हैं.


Sehwagसहवाग का वार

सचिन तेंदुलकर को अपना गुरू मानने वाले सहवाग ने उनका ही रिकॉर्ड तोड़ वनडे में एक नया इतिहास बनाया है. मैच पूरी तरह सहवाग के नाम रहा. अपनी ऐतिहासिक पारी में उन्होंने 149 गेंदों में 25 चौके व सात छक्के की मदद से 219 रन बनाए. इस आक्रामक बल्लेबाज के दोहरे शतक की मदद से भारत ने पांच विकेट पर 418 रन का स्कोर खड़ा किया जो अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट के इतिहास में उसका सर्वाधिक स्कोर भी है. इससे पहले भारत का सर्वाधिक स्कोर सात विकेट पर 414 रन का था जो उसने 15 दिसंबर, 2009 को राजकोट में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था. वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक टीम स्कोर का रिकार्ड श्रीलंका के नाम है जिसने चार जुलाई 2006 को एम्सटलवीन में हालैंड की कमजोर टीम के खिलाफ नौ विकेट पर 443 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था.


मैच में बने रिकॉर्ड

  • सहवाग इससे साथ ही वनडे और टेस्ट दोनों ही प्रारूपों में भारत की ओर से सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज भी बने. उन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में 319 रन बनाए थे. वह टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं. इससे पहले वनडे मैचों में एकमात्र दोहरा शतक भारत के ही दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज था जिन्होंने 24 फरवरी, 2010 को ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 200 रन की पारी खेली थी. वनडे में लगे दो दोहरे शतक भारतीय बल्लेबाजों के नाम दर्ज हैं.
  • इसके साथ ही उनके नाम अब सबसे तेज दोहरे शतक का भी रिकॉर्ड है. सचिन ने अपना दोफतरा शतक 147 गेंदों में बनाया था वहीं सहवाग ने यह कारनामा 140 गेंदों में करके दिखाया.
  • इसी के साथ उन्होंने एक पारी में सर्वाधिक चौकों (25 चौकों) के सचिन के रिकॉर्ड की भी बराबरी की.
  • वह वनडे मैचों में आठ हजार रन पूरे करने वाले छठें भारतीय बल्लेबाज हैं. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, मोहम्मद अजहरूद्दीन और युवराज सिंह भारत की ओर से वनडे क्रिकेट में आठ हजार या इससे अधिक रन बना चुके हैं.

सहवाग की पारी की बदौलत भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को चौथे और अहम मुकाबले में हराकर सीरीज पर 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 419 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य वेस्टइंडीज के सामने रखा जो इसका पीछा करते हुए मात्र 265 रनों पर ही सिमट गई.


क्या फिर टूटेगा यह रिकॉर्ड ?

हर रिकॉर्ड बनता ही टूटने के लिए है. अगर कल सचिन ने वनडे में दोहरा शतक बनाया था तो आज सहवाग ने वनडे में 200 का आंकडा छुआ. हो सकता है कल कोई खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ दे. सहवाग के अलावा भारतीय टीम में धोनी, गंभीर, युवराज और रैना जैसे खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. देखते हैं सचिन और सहवाग के बाद यह रिकॉर्ड और अब किसके पास जाता है.


सहवाग के बारे में अधिक जानने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करें

वीरेंद्र सहवाग – तुझे सलाम

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