क्रिकेट के संबंध में भारत के उदीयमान खिलाड़ियों में प्रतिभा अपने उफान पर है. घरेलू मैदानों पर यह प्रतिभा खूब देखने को मिल रही है. इंग्लैंड के ग्रीम स्वान को अपना आदर्श मानने वाले 16 वर्षीय युवा ऑफ स्पिनर विकास दीक्षित ने गुरुवार को यहां डीडीसीए लीग में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा किया.
डीडीसीए लीग मैच में केजी कोल्ट्स की तरफ से खेलने वाले विकास ने डीटीसी के खिलाफ 27 रन देकर सभी 10 विकेट लिए और अपनी टीम को 222 रन से बड़ी जीत दिलाई थी. कुलाची हंसराज माडल स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाला विकास अपनी टीम में युवा ऑलराउंडर खिलाड़ी है. वह भारतीय टीम के ओपनर गौतम गंभीर को अपना मार्गदर्शक मानता है.
जिस दिन विकास दीक्षित ने अपनी टीम के लिए 10 विकेट लेकर यह कारनामा किया उसी दिन भारत के एक युवा बल्लेबाज ने भी मैराथन पारी खेली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर के 14-वर्षीय भतीजे अरमान जाफर ने गुरुवार को शील्ड इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में माटुंगा जिमखाना मैदान पर अपने स्कूल रिजवी स्प्रिंगफील्ड की ओर से आईईएस वीएन सुले गुरुजी स्कूल के खिलाफ खेलते हुए 473 रन बनाए. इसमें उनके 65 चौक्र् और 16 छक्के शामिल हैं.
भारत के इन युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखकर ऐसा लग रहा है जैसे इनके अंदर रन और विकेट लेने की भूख बहुत ही ज्यादा है. वह न केवल मैदान पर टिक रहे हैं बल्कि अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन भी कर रहे हैं. उनके अंदर वह थकान बिलकुल ही दिखाई नहीं दे रही है जो आजकल हमारे भारतीय टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में देखने को मिलती है. आईपीएल ने इन खिलाड़ियों को छोटे फॉर्मेट का खिलाड़ी बना दिया है जो टी20 में तो सफल हो जाते हैं लेकिन टेस्ट और एकदिवसीय मैच में फिसड्डी साबित होते हैं.
वैसे आज जो खिलाड़ी घरेलू मैदान पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं कल को यही खिलाड़ी यदि अंतराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से जुड़ते हैं तब पूरी संभावना है कि वह खेल पर कम और उससे जुड़े व्यापार पर ज्यादा ध्यान दें.
Read Comments