विश्व कप 2011 के बाद भारत ने वर्षा से प्रभावित आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी के 20 ओवर के फाइनल मैच में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर एक बार फिर वनडे क्रिकेट में अपनी बादशाहत साबित कर दी. यह कौन कह सकता है कि यही टीम जो 20 दिन पहले पूरे दबाव के साथ इंग्लैंड का दौरा करने के लिए भारत से निकली थी आज चैंपियन बनकर वापस लौटने के लिए बेताब है.
स्पॉट फिक्सिंग और क्रिकेट के विवादों के बीच जिस सेना के साथ कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी खेलने गए थे उसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. युवा खिलाड़ियों से भरी इस टीम को लेकर यह माना जा रहा था कि भारत इस पूरे टूर्नामेंट में से केवल दो मैच भी जीत ले तो बड़ी उपलब्धि होगी. लेकिन टूर्नामेंट में भारत उन सभी कयासों को दूर करते हुए न केवल चैम्पियन्स की तरह खेला बल्कि अपनी विरोधी टीमों के दांत भी खट्टे किए. इस टूर्नामेंट में भारत एक भी मैच नहीं हारा जो एक बड़ी उपलब्धि है. ऐसी ही कई उपलब्धि भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट के जरिए प्राप्त की.
1. महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी के सभी कप जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने. उन्होंने चैम्पियन्स ट्रॉफी के अलावा 2007 में टी-20 विश्वकप, 2011 में वन-डे इंटरनेशनल मैचों में विश्वकप जीता था.
2. भारत ने पहली बार आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी अपने नाम किया.
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3. चैम्पियन्स ट्रॉफी में भारत ने अपने सभी मैच जीते. इस तरह से ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत पहला देश बना जिसने चैम्पियन्स ट्राफी लगातार जीता.
4. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन पहले भारतीय खिलाड़ी बने जिन्होंने आईसीसी चैम्पियन्स ट्रॉफी के पांच मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाए. शिखर ने 363 रन बनाए जिसमें दो शतक और एक अर्द्धशतक शामिल हैं. उनसे पहले सौरभ गांगुली ने 2000-01 में 348 रन बनाए थे.
5. आर. अश्विन ने पहली बार एक मैच में तीन कैच लपके.
6. हरफनमौला खिलाड़ी रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैन ऑफ द मैच अवार्ड जीता.
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