खिलाड़ियों के साथ नस्लभेदी टिप्पणियां अब आम हो चुकी है. आए दिन किसी न किसी खिलाड़ी को इस तरह की टिप्पणियों से दो चार होना पड़ता है. भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने एक विदेशी महिला पर नस्लभेदी टिप्पणी करने का आरोप लगाया है.
कांबली ने इस मामले में बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. कांबली ने कहा कि सोसायटी में कार पार्किंग पर हुई कहासुनी के दौरान महिला ने उन पर अभद्र टिप्पणी की.
क्रिकेट खिलाड़ी और नस्लभेदी आरोप
2007 में मुंबई वनडे के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स पर नस्लभेदी टिप्पणी के आरोप में चार भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों पर मामला दर्ज किया गया था.
2008 में टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स के खिलाफ नस्लभेदी टिप्पणी के मामले में भारतीय खिलाड़ी हरभजन सिंह पर तीन टेस्ट मैचों की पाबंदी लगाई गई थी.
पिछले महीने पाकिस्तानी मूल के आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फवाद अहमद के जर्सी पर बीयर लोगो पहनने से इंकार करने के बाद उनपर हुई नस्लभेदी टिप्पणी पर क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने कड़ी आपत्ति जताई थी. फवाद ने धर्म का हवाला देते हुए सीए से अपनी जर्सी पर बीयर लोगो लगाने से इंकार किया था.
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विनोद कांबली का विवादित बयान
एक तरफ कांबली सचिन को अपना बेस्ट दोस्त मानते हैं वहीं दूसरी तरफ उन्हें दगाबाज भी बनाते हैं. इसकी एक मिसाल तब देखने को मिली थी, जब उन्होंने सच का सामना जैसे भ्रामक टीवी कार्यक्रम में गए और सचिन पर ही फब्ती कस दी. उनका कहना था कि सचिन ने उनकी मदद नहीं की.
विनोद कांबली ने कुछ महीने पहले मैच फिक्सिंग का एक नया शिगूफा छोड़ा था. उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि 1996 में श्रीलंका के खिलाफ खेला गया ऐतिहासिक सेमीफाइनल, जिसमें टीम इंडिया बुरी तरह हार गई थी, फिक्स था. कांबली ने तत्कालीन कप्तान मुहम्मद अजहरुद्दीन सहित उस टीम के अन्य बल्लेबाजों और मैनेजर के इस फिक्सिंग में शामिल होने की बात कही है.
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